चौखुटिया/ गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने, प्रदेश में सशक्त भू-कानून लागू करने ,1950 के आधार पर मूल निवास प्रमाण पत्र बनाने की मांग को लेकर अगनेरी सभागार में विभिन्न संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों, सदस्यों ने बैठक कर नारेबाजी की। जन भागीदारी के साथ आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया गया। संगठन के लिए रघुवर नैनवाल को विकासखंड का संयोजक नियुक्त किया गया।
गैरसैंण स्थाई राजधानी संघर्ष समिति के आह्वान पर हुई बैठक में वक्ताओं ने उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना को साकार करने के लिए गैरसैंण को अभिलम्ब स्थाई राजधानी बनाने की मांग की। बैठक में सशक्त भू कानून लागू करने, 1950 के आधार पर स्थाई निवास बनाने, वंचित राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण सहित चयनित आन्दोलनकारियों को 10 फीसदी आरक्षण देने की मांग भी की गई।
कहा उत्तराखंड को एक हिमालयी राज्य के रुप में मांगा गया था।जिसकी स्थाई राजधानी गैंरसैंण मांगी गई थी। जिससे पर्वतीय राज्य की परिकल्पना साकार हो सकें।वक्ताओं ने कहा गैंरसैंण को स्थाई राजधानी का दर्जा नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है। कहा कि गैरसैंण राज्य की आत्मा है एक विचार है। छद्म राजनेताओं द्वारा अस्थाई राजधानी बनाकर विकास को रोकने का प्रयास किया गया है। वक्ताओं ने कहा कि राज्य बनने के 22 वर्षों बाद भी स्थाई राजधानी का नहीं बनना राज्य की जनता के साथ धोखा है।
जिससे राज्य की परिकल्पना के अनुरूप दूरस्थ गांवों का विकास आज आधा अधूरा है।जनता आज भी शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल ,सिंचाई जैसी समस्याओं को लेकर संघर्ष कर रही है।तय हुआ कि एकजुटता के साथ गैरसैंण स्थाई राजधानी के लिए पूरे राज्य में जनसंपर्क कर जगह-जगह बैठकें ,धरना- प्रदर्शन से आंदोलन को तेज किया जाएगा ।साथ ही महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए गांव-गांव में संपर्क के साथ महिलाओं को जोड़ा जाएगा।
रघुवर नैनवाल चुने संयोजक
बैठक में रघुवर नैनवाल को विकास खंड में स्थाई राजधानी गैंरसैंण संघर्ष समिति का संयोजक नियुक्त किया गया।
तथा तय हुआ कि शीघ्र ही अगली बैठक कर समिति का विस्तार किया जाएगा तथा आंदोलन के आगे की रणनीति तय की जाएगी। अध्यक्षता एल डी मठपाल व संचालन जीवन सिंह नेगी ने किया। ये लोग रहे मौजूद
बैठक व नारेबाजी में संघर्ष समिति अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट ,उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी,राज्य आन्दोलनकारी संघर्ष समिति अध्यक्ष परमानन्द काण्डपाल,गेवाड़ विकास समिति अध्यक्ष गजेंद्र नेगी
,हर्षवर्धन सिंह बिष्ट, के एस बिष्ट, जगदीश महंगाई, हेम कांडपाल, चंदन नेगी, अशोक कुमार, अवतार सिंह पुजारी ,राकेश बिष्ट,मदन कुमंया, राम बहादुर ,भुवन कठायत ,जीवन नेगी, दिनेश मनराल,दरबार सिंह बिष्ट, प्रेम सिंह अटवाल, प्रकाश जोशी, जमन सिंह मनराल,शंकर बिष्ट,कला काण्डपाल, प्रकाश उपाध्याय,लीलाधर मठपाल, मनोज तडियाल,दयाल सिंह पुण्डीर, दयासागर मासीवाल, रहे।