हल्द्वानी/ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने पुलिस की कार्यशैली को सख्त अनुशासन के दायरे में लाने का निर्देश दिया। अपराध समीक्षा बैठक में एसएसपी ने नशे के खिलाफ सख्त अभियान छेड़ने तस्करी नेटवर्क तोड़ने और अपराध नियंत्रण के लिए ठोस कार्रवाई करने के निर्देश दिए। लापरवाही बरतने वाले 6 चौकी प्रभारियों समेत 10 कर्मियों को लाइन हाजिर किया गया जबकि उत्कृष्ट कार्य करने वाले 4 अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
एसएसपी ने बैठक में स्पष्ट किया कि ड्रग-फ्री देवभूमि मिशन 2025 को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने थाना और चौकी प्रभारियों को नशे की तस्करी पर रोक लगाने और तस्करों के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने का निर्देश दिया। एनडीपीएस और आबकारी अधिनियम के तहत प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने की बात कही।एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को विशेष रूप से सक्रिय रहने और नशे के कारोबार से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसने का आदेश दिया गया। बैठक में एसएसपी ने युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने और सख्त कार्रवाई का आह्वान किया।
उन्होंने अपराध के हर पहलू पर नजर रखने, साइबर ठगी और वाहन चोरी के मामलों का जल्द खुलासा करने और चोरी हुए वाहनों की तेजी से रिकवरी के निर्देश भी दिए। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ड्रंक एंड ड्राइव, ओवरलोडिंग और रैश ड्राइविंग पर विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। एसएसपी ने यह भी साफ किया कि पुलिसिंग में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
लंबित विवेचनाओं और मामलों के निस्तारण में तेजी लाने का आदेश देते हुए थाना प्रभारियों को 15 दिनों के भीतर सुधार के निर्देश दिए गए। बैठक में एसपी सिटी प्रकाश चंद, सीएफओ नरेंद्र सिंह कुंवर, प्रतिसार निरीक्षक भगवत सिंह राणा, और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। अपराध नियंत्रण और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एसएसपी ने स्पष्ट संदेश दिया कि केवल परिणाम देने वाले अधिकारी ही पद पर बने रहेंगे।