रूद्रपुर/ टांडा वन क्षेत्र में स्थित प्राचीन नादिया खत्ता मंदिर में रह रहे साधू के साथ वन कर्मियों द्वारा मारपीट किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। साधू का आरोप है कि वन कर्मियों ने उनके साथ मारपीट करने के साथ ही उनकी झोपड़ी भी क्षतिग्रस्त कर दी और उनका सामान भी लूट लिया। मामले को लेकर हिंदू वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने प्रभागीय वन अधिकारी के कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया और मारपीट करने वाले कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
टांडा जंगल क्षेत्र में प्राचीन नादिया धाम मंदिर स्थित हैं। यहां पर महंत मंगल भारती पिछले कई वर्षों सें मंदिर को संचालित कर रहे हैं। मंगल भारती का आरोप है कि 30 नवम्बर की रात को वन विभगा के कुछ कर्मी शराब के नशे में उनके पास पहुंचे और उन्होंने उनसे अभद्रता गाली गलौच करते हुए उनका थैला छीन लिया जिसमें कुछ पैसे भी थे।
वनकर्मियों ने उनकी झोपड़ी भी क्षतिग्रस्त की। आपत्ति जताने पर हाथापाई भी की गयी और सुबह तक मंदिर खाली करने की धमकी दी। मामले की जानकारी मिलने पर आज हिंदू वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने पीड़ित के साथ प्रभागीय वन अधिकारी कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया और मारपीट करने वाले वन कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हिंदू वाहिनी के पदाधिकारियों का कहना था कि वन कर्मियों ने मंदिर में रह रहे साधू के साथ अभद्रता कर हिंदू समाज की भावनाओं का अनादर किया है।
इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। प्रदर्शन करने वालों में हिंदू
वाहिनी के जिलाध्यक्ष भुवन सिंह बिष्ट, हिंदू युवा वाहिनी नगर
अध्यक्ष अनमोल शर्मा, हिंदू युवा वाहिनी के कुमांऊ मण्डल अध्यक्ष नवीन भट्ट, हंस पाण्डे, अजय सिंह, छेदा सिंह, पारस भंडारी, भगत आदि लोग मौजूद थे।