उत्तर प्रदेश/ बस्ती जिले में हैरान करने वाला मामला सामने आया है यहां शहर के सरकारी अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में एक किशोरी के शव के साथ छेड़छाड़ का दावा किया जा रहा है घरवालों का कहना है कि उनकी बेटी के शव से आंख निकाल लिया गया है यह खबर फैलते ही स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया डॉक्टरों के पैनल ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है बस्ती के सोनहा थाना क्षेत्र के रहने वाली एक किशोरी ने अज्ञात कारणों से अपने घर के अंदर कल देर शाम जहरीला पदार्थ खा लिया था।
जिसके बाद किशोरी के परिजन आनन फानन में उसे इलाज के लिए किशोरी को बस्ती के जिला अस्पताल लेकर पहुंचे कुछ देर तक डॉक्टरों ने किशोरी का इलाज किया कुछ इंजेक्शन दिए लेकिन थोड़ी ही देर बाद किशोरी की मौत हो गई अस्पताल के कर्मचारियों ने शव को मोर्चरी में रख दिया पोस्टमार्टम के लिए शव को सुरक्षित रखा जा सके और शव को थोड़ी ही देर बाद किशोरी की मौत हो गई अस्पताल के कर्मचारियों ने शव को मोर्चरी में रख दिया
ताकि सुबह पोस्टमार्टम के लिए शव को सुरक्षित रखा जा सके और शव को कोई नुकसान न हो सके
शव के आंख से निकल रहा था खून
किशोरी के शव को मोर्चरी से पोस्टमार्टम के लिए निकाला गया तो परिजन और पुलिस अधिकारी लाश की स्थिति देखकर दंग रह गए शव के आंख से खून निकल रहा था जबकि दबी जुबान में अस्पताल के कर्मचारी कह रहे थे कि यह काम चूहों का है
पोस्टमार्टम हाउस में शव की आंख निकलने की बात सामने आने के बाद हड़कंप मच गया
डॉक्टरों ने क्या बताया
लाश से आंख निकलने की बात सामने आने के बाद पोस्टमार्टम करने वाले कर्मचारियों ने पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को रोक दिया और उच्च अधिकारियों को इस बात की जानकारी दी इसके बाद डॉक्टरों के पैनल पूरे मामले की जांच करने के लिए पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा डॉक्टरों की टीम ने शव का परीक्षण किया और मृत किशोरी के परिजनों को बुलाकर सफाई दी कि जहर के असर की वजह से आंख से कुछ तरल पदार्थ निकला है पूरी आंख सही सलामत है लेकिन परिजन इस तर्क से संतुष्ट नहीं हुए और प्रशासनिक अधिकारियों से पूरे मामले की शिकायत की बात कही।
डिप्टी सीएमओ डॉक्टर एके चौधरी ने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है लेकिन उन्हे ऐसा लगता है कि जहर के असर की वजह से खून जैसा तरल पदार्थ आंख से निकला है आंख सही सलामत है आंख से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है चूहों द्वारा आंख कुतरने की बात पर डिप्टी सीएमओ ने कहा कि इस मामले में कुछ कहना अभी जल्दबाजी होगी अगर परिजन संतुष्ट नहीं हैं तो वे शिकायत करें आगे की जांच की जाएगी।