जब काफी देर तक बच्ची घर या गांव में किसी को नहीं दिखाई दी तो घबराए परिजनों ने बच्ची के लापता होने की सूचना ग्राम प्रधान को दी। ग्राम प्रधान ने वन विभाग को सूचित किया।
प्रधान की सूचना पर वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह रावत भी अपनी टीम के साथ गांव पहुंच गए। ग्रामीण लाठी-डंडे, टार्च और हथियार लेकर बच्ची की खोजबीन में जुट गए।