हरिद्वार/ ड्रग विभाग की टीम ने रुड़की के ईदगाह चौक पर एक लैब पर कार्रवाई की। लैब से बड़ी संख्या में फर्जी रिपोर्ट बरामद हुईं। ड्रग विभाग की टीम ने रुड़की के ईदगाह चौक पर एक लैब में छापा मारकर बड़ी संख्या में फर्जी रिपोर्ट बरामद की हैं। टीम का कहना है कि लैब में दवा कंपनियों को फर्जी रिपोर्ट बनाकर दी जा रही थी। जांच में सामने आया कि इस लैब में बड़ी संख्या में कंपनियां अपनी दवा के सैंपल की जांच करा रही थीं। हरिद्वार ड्रग विभाग और सीडीएससीओ की टीम लगातार हरिद्वार जिले में दवा कंपनियों व लैब में छापा मार रही हैं। इस दौरान टीम को सूचना मिली थी कि रुड़की के ईदगाह चौक पर स्थित एक लैब में दवा कंपनियों के सैंपल की फर्जी रिपोर्ट तैयार की जा रही थी। जांच में सामने आया कि लैब में जो कंपनियां अपने सैंपल की रिपोर्ट तैयार करने के लिए देती थीं, लैब संचालक उन रिपोर्ट को फर्जी तरीके से तैयार कर सैंपल को सही बताता था।
इस बीच एक कंपनी ने ड्रग विभाग की टीम को सूचना दी थी कि लैब में जो दवा सैंपल की रिपोर्ट तैयार की जा रही है वह फर्जी है। साथ ही बताया था कि उन्होंने दूसरी लैब में अपनी दवा कंपनी के सैंपल की जांच कराई तो यह हकीकत सामने आई थी। इस पर बृहस्पतिवार देर शाम ड्रग विभाग की टीम ने ईदगाह चौक स्थित लैब पर छापा मारा। रिपोर्ट की बारीकी से जांच की तो पता चला कि जो शिकायत की गई थी वह सही थी। करीब 100 कंपनियों से अधिक की जांच रिपोर्ट बरामद हुई हैं। इनमें से कई फर्जी पाई गई हैं। ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि काफी दिनों से शिकायत मिल रही थी कि इस लैब में दवा कंपनियों में से जिन सैंपल की जांच कराई जाती है वह फर्जी तरीके से तैयार की जा रही है। इस बात का इन दवा कंपनियों को भी नहीं पता था। इन कंपनियों की दवाएं मानक पर खरी नहीं उतर रही थीं। उन्होंने बताया कि कई दवा कंपनियों की अपनी लैब में सैंपल की जांच की जाती है लेकिन कई जांच ऐसी होती हैं जो कंपनी की लैब में नहीं हो पाती हैं। ऐसे में इन कंपनियों को लैब पर अपने सैंपल की जांच करानी होती है।
उन्होंने बताया कि लैब से बरामद सभी दवा कंपनियों की जांच रिपोर्ट कब्जे में ले ली गई हैं। साथ ही लैब के लाइसेंस निलंबन के संस्तुति करने की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है। इसके अलावा लैब को सील करने की भी कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि हरिद्वार जिले में जितनी भी निजी लैब चल रही हैं और वह दवा कंपनियों के सैंपल की जांच कर रही हैं। उन्हें सबसे पहले स्टेट ड्रग टीम को अवगत कराना होगा। साथ ही अवगत कराना होगा कि वह किन-किन दवा कंपनियों की जांच रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। ऐसा नहीं करने पर ड्रग विभाग की टीम की ओर से इन लैब पर कार्रवाई की जाएगी।
ईदगाह चौक पर टीम ने छापा मारकर बड़ी संख्या में जांच रिपोर्ट पकड़ी हैं। उनमें से अधिकतर रिपोर्ट फर्जी बनी हुई थी। इस लैब के लाइसेंस के निलंबन की संस्तुति की जा रही है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया गया है। – अनीता भारती ड्रग इंस्पेक्टर हरिद्वार। ड्रग विभाग की टीम ने ईदगाह चौक पर जिस लैब पर छापा मारकर बड़ी संख्या में फर्जी रिपोर्ट पकड़ी हैं। वो कंपनियों के साथ ही नहीं बल्कि हजारों जिंदगियों से भी खिलवाड़ कर रही थी। दरअसल, दवा कंपनियां इसकी जांच रिपोर्ट पर विश्वास कर दवा तैयार करके मार्केट में उतार रहीं थीं। ऐसे में लोग गलत दवा खा रहे थे। उधर, आसपास के लोगों का कहना है कि ऐसी लैब काे हमेशा के लिए बंद कर देना चाहिए। इसके अलावा ऐसी लैब एक बार सील हो जाए तो दोबारा इसे खोलने की अनुमति अधिकारियों को नहीं देनी चाहिए।