नैनीताल/ मौसम विभाग की भारी बारिश के रेड अलर्ट चेतावनी पहाड़ों पर सही साबित हुई है। जिला एवं मंडल मुख्यालय में पिछले 36 घंटों से यानी बुधवार रात से ही लगातार कभी तेज और कभी हल्की बौछारों के साथ बारिश हो रही है और लगातार जारी है। इससे जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। नैनीताल में चल रहा नंदा देवी मेला भी पूरी तरह से बंद पड़ा है। मेले का मुख्य गेट भी पहले ही ध्वस्त हो चुका है।
इधर बीते 24 घंटों में जनपद के हल्द्वानी क्षेत्र में सबसे ज्यादा 165 मिमी, नैनीताल में 133, धारी में 120, मुक्तेश्वर में 95, कालाढुंगी में 75, बेतालघाट में 72, कैंचीधाम में 45 और रामनगर में 28 मिमी बारिश दर्ज की गयी है। बारिश के कारण जनपद के 4 राज्य मार्ग- खुटानी-धानाचूली, तल्ली सेठी-बेतालघाट- रामनगर, रामनगर-भंडारपानी व गर्जिया- बेतालघाट के साथ 39 मार्ग बंद हो गये हैं। हल्द्वानी से चोरगलिया के बीच शेरनाला व सूर्यानाला में पानी अधिक आने से यातायात बाधित है। अलबत्ता किसी जान-माल के नुकसान का समाचार नहीं है।
नैनीताल में पिछले 24 घंटे से जारी बारिश के चलते नैनीझील का जलस्तर मानकों से ऊपर पहुंच गया है। झील नियंत्रण कक्ष प्रभारी राजेश सिंह ने बताया कि गुरुवार शाम को जलस्तर 11 फीट डेढ़ इंच तक पहुंच गया जिसके बाद निकासी गेट खोलने पड़े। झील के किनारे खड़ी नौकाएं जलमग्न हो गईं। भवाली- अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर मूसलाधार बारिश के कारण पत्थर गिरने से दो कारें क्षतिग्रस्त हो गईं लेकिन गनीमत रही कि इन वाहनों में बैठे लोग सुरक्षित रहे।
नैनीताल जिले के धारी ब्लॉक में स्थित खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय को पहाड़ से आए मलबे ने भारी क्षति पहुंचाई है। मलबा खिड़की और दरवाजों के माध्यम से कार्यालय में घुस गया जिससे कंप्यूटर, सरकारी दस्तावेज और अन्य आवश्यक सामान को भारी नुकसान हुआ है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी पुष्कर टम्टा ने बताया कि मलबे के चलते कार्यालय की बिल्डिंग को भी आंशिक क्षति पहुंची है। राहत की बात यह रही कि रात के चौकीदार ने मलबा आने से पहले अपनी जान बचाकर भाग ली। आपदा प्रबंधन को सूचना दे दी गई है और मलबा हटाने के बाद ही क्षति का सही अनुमान लगाया जा सकेगा।
सड़क निर्माण से कमजोर हुई पहाड़ी स्थानीय लोगों का आरोप है कि कार्यालय के ऊपरी हिस्से में सड़क निर्माण कार्य के चलते पहाड़ी कमजोर हो गई जिससे मलबा नीचे आकर कार्यालय में भर गया। लगातार हो रही बारिश से कई मार्गों पर मलबा गिरने की घटनाएं हो रही हैं, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
भवन की सुरक्षा दीवार ढही
बेतालघाट ब्लॉक के मल्लाकोट में भारी बारिश के चलते दीवान सिंह के मकान की सुरक्षा दीवार ढह गई। वहीं दूसरी ओर खैरना के पुराने पुल के नीचे कोसी नदी में फंसी एक गाय को एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित बाहर निकाला।