नैनीताल/ देश के प्रमुख आकर्षणों में से एक नैनी झील का जल स्तर 4.7 फीट दर्ज किया गया है जो पिछले पांच सालों का सबसे निचला स्तर है। इससे गर्मी के मौसम से पहले पीने के पानी की कमी को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि झील शून्य स्तर से नीचे जा सकती है।
इसका मतलब यह नहीं है कि झील सूख जाएगी बल्कि इसका जल स्तर सामान्य गेज स्तर से नीचे चला जाएगा जो ऐतिहासिक डेटा के आधार पर प्रत्येक झील के लिए निर्धारित किया जाता है। नैनी झील की गहराई 89 फीट है और इसका गेज लेवल 12 फीट है। उत्तराखंड जल संस्थान शहर को पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए झील से प्रत्येक दिन 10 मिलियन लीटर पानी निकालता है।
पिछले कई वर्षों से झील के घटते जलस्तर को लेकर खतरे की घंटी बजता रही है। इस बार सर्दियों के महीनों में बर्फबारी और बारिश में कमी इसका एक मुख्य कारण है साथ ही झील के रख-रखाव से जुड़ी दीर्घकालिक समस्याओं ने भी इसमें भूमिका निभाई है।