मुख्यमंत्री धामी की हेल्पलाइन भी चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट, शिकायत कर्ता से शिकायत के समाधान के लिए मांगी 25 हजार की रिश्वत पुलिस ने 2 लोगों को किया गिरफ्तार।
मुख्यमंत्री धामी की हेल्पलाइन भी चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट, शिकायत कर्ता से शिकायत के समाधान के लिए मांगी 25 हजार की रिश्वत पुलिस ने 2 लोगों को किया गिरफ्तार।
देहरादून/ नागरिकों की समस्याओं का तुरंत समाधान के लिए बनाई गई सीएम हेल्पलाइन सेवा पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लग गए हैं।
दरअसल हरिद्वार के गुरुकुल नारशन में स्थित एक रेस्टोरेंट मैनेजर सहारनपुर निवासी मनोज ठकराल ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर-1905 पर शिकायत की थी कि उसे विगत कई महीने का वेतन नहीं मिला है। आरोप है कि इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया।
बाद में उन्हें एक नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने उनकी समस्या के समाधान के लिए 2500 रूपए रिश्वत मांगी। रिश्वत मांगे जाने की सूचना मनोज ने पुलिस मुख्यालय को दी। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर एसएसपी देहरादून में एसओजी से मामले की गोपनीय जांच कराई। जांच में पता चला कि अगस्त में सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत के बाद मनोज ठकराल से शैलेंद्र गुसांई नाम के एक व्यक्ति ने संपर्क किया था। उसने 2500 रूपए रिश्वत की मांग करते हुए धनराशि के ऑनलाइन भुगतान के लिए व्हाट्सएप पर क्यूआर कोड भेजा।
एसओजी ने जब भेजे गए कोड से संबंधित बैंक खाते की जांच की तो वह मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1905 में तैनात आउट सोर्स कर्मचारी शुभम आनंद का निकला। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि शुभम और शैलेंद्र आपस में दोस्त हैं। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों की जानकारी शुभम ही शैलेंद्र को देता था। क्योंकि शिकायत में शिकायतकर्ता का मोबाइल नंबर भी होता है।
ऐसे में शैलेंद्र उन नंबर पर फोन कर शिकायतकर्ता को समाधान का झांसा देकर रिश्वत की मांग करता था। जांच के बाद दोनों के विरुद्ध राजपुर थाने में आपराधिक षड्यंत्र रचने और रिश्वतखोरी का मुकदमा दर्ज कर शुभम आनंद और उसके दोस्त शैलेंद्र गुसांई को हिरासत में ले दिया गया है। दोनों ही ऋषिकेश के रहने वाले हैं।