चौखुटिया, भैरवगडी मंदिर में अष्टबली के साथ हुआ धार्मिक अनुष्ठान विभिन्न गांवों के ग्रामीण देवडांगरों के साथ पहुंचे मंदिर परिसर में क्षेत्र की सुख- समृद्धि की कामना।
चौखुटिया, भैरवगडी मंदिर में अष्टबली के साथ हुआ धार्मिक अनुष्ठान विभिन्न गांवों के ग्रामीण देवडांगरों के साथ पहुंचे मंदिर परिसर में क्षेत्र की सुख- समृद्धि की कामना।
चौखुटिया/ विकासखंड के अंतिम छोर चमोली जनपद से लगे पांडुवाखाल में स्थित भैरवगड़ी मंदिर में तीन वर्ष बाद अष्टबली अनुष्ठान, पूजा अर्चना के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान क्षेत्र के दर्जनों गांवों से ग्रामीण देव डांगरों के साथ बाजे – गाजे, देवताओं की जय घोष लगाते हुए मंदिर परिसर पहुंचे।मंदिर परिसर में भव्य मेला भी लगा।
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मंगलवार प्रातः जमणियां ग्राम पंचायत में मुख्य स्थल मोहन सिंह के घर पर विभिन्न गांवों के ग्रामीण एकत्रित हुए। देव स्तुति कर देवडागरों के दर्शन कर पैदल यात्रा भैरवगड़ी देव स्थल को रवाना हुई। लगभग 10 किलोमीटर पैदल चलने के बाद भैरवगड़ी में विभिन्न अनुष्ठानों के साथ अष्टबली की रस्म अदा की गई।अष्टबली के रूप में नारियल आदि चढ़ाये गए।तथा भव्य मेला लगा।
यह अनुष्ठान जहां क्षेत्र की धार्मिक आस्था से जुड़ा है वहीं क्षेत्र की खुशहाली, सुख समृद्धि, एकता के लिए भी देवताओं का आशीर्वाद लिया जाता है। मंगलवार को मुख्य स्थल जमणिया से निकली देव डांगर यात्रा का विभिन्न गांव से होकर गुजरते हुए ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया व देवताओं का आशीर्वाद लिया गया।क्षेत्र के गजेंद्र सिंह नेगी, मोहन सिंह आदि ने बताया कि क्षेत्र में किसी प्रकार की विपत्ति आने, अथवा बारिश नहीं होने व क्षेत्र में सुखा पड़ने, गोवंशों पर कोई बीमारी आने की रोकथाम के लिए भैरव बड़ी मंदिर में विशेष अनुष्ठान पूर्व से ही अष्टबली के साथ किया जाता है।
पूर्व में भैसे की बलि देकर इस रस्म को निभाया जाता था। लेकिन वर्ष 2013 के बाद कोर्ट से पशु बलि पर लगी रोक के चलते भैसे की बलि देना बंद किया गया है। स्वेच्छा से कुछ गांव के ग्रामीण बकरे की बली देते हैं। वहीं नारियल आदि चढ़ाकर रस्म अदायगी की जाती है। बताया कि अष्टबली अनुष्ठान के लिए क्षेत्र से संबंधित सभी गांवों के देवडांगरों को निमंत्रण दिया जाता है। सभी देवों को अवतरित कर आशीर्वाद लिया जाता है। इन गांव से निकली देव डांगर यात्रा
चौखुटिया, मुख्य स्थल जमणिया से मंगलवार प्राप्त शुरू हुई देव डांगर यात्रा में दिगौत, , पीपलधार, बिर्खमू, मल्ला ताजपुर,तल्ला ताजपुर, कफलिया, मालाखेत, खत्री गांव, सुनगढ़ी, चौकोड़ी ,रामपुर,
टटलगांव, कुल गधेरा, रेवाड़ी, बिजरानी ,भनोटिया, सभा बैठक, केदार,सिमलखेत, भुमकिया, नवांण, पुराना लोहाबा, परसारा गांव, पाण्डुवाखाल होते हुए देव स्थल भैरवगडी मंदिर परिसर में पहुंची। जगह-जगह देवडागरों का भव्य स्वागत किया गया। क्रमवार सभी गांव की ग्रामीण बाजे गाजे के साथ यात्रा में शामिल हुए।कार्यक्रम को संपन्न कराने में नंदन सिंह मेहरा,आनंद नेगी, वीरेंद्र रावत,मदन मेहरा, किरण बिष्ट,गजेन्द्र नेगी, हीरा सिंह बिष्ट, कमल सिंह नेगी, धीरेंद्र नेगी, हीरा नेगी,मोहन सिंह, सुरेन्द्र सहित सभी ग्राम पंचायत के निवर्तमान ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य ग्रामीण भारी तादाद में मौजूद रहे।