अल्मोड़ा, बाल भिक्षा और बालश्रम के खिलाफ करी भारत की नंगे पांव पैदल यात्रा का अल्मोड़ा में किया समापन भारत के 16 राज्यों में 60 दिन तक 750 किलोमीटर की नंगे पांव पैदल।

न्यूज 13 प्रतिनिधि अल्मोड़ा

अल्मोड़ा/ राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता अजय ओली ने पीसीएम ग्रुपभारत पैदल के साथ मिलकर बाल भिक्षा और बालश्रम के खिलाफ करी भारत की नंगे पांव पैदल यात्रा का अल्मोड़ा में किया समापन भारत के 16 राज्यों में 60 दिन तक 750 किलोमीटर की नंगे पांव पैदल यात्रा कर 200 से अधिक जागरूकता अभियान करे, आज अल्मोड़ा में शीतलाखेत इंटर कॉलेज में बच्चों को जागरूक किया और अभियान से जुड़ने को कहा।

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विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा कि यह गौरव का विषय है कि बच्चों को उनसे मिलने का मौका मिला और निश्चित ही यह भविष्य को उज्जवल करने का कार्य करेगा। उसके बाद उन्हें प्रधानाचार्य द्वारा शॉल उड़ाकर सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय पुरुस्कार विजेता पिथौरागढ़ के अजय ओली संस्थापक घनश्याम ओली चाइल्ड वेलफेयर सोसायटी द्वारा पूरे देश में पैदल यात्रा कर लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान किया । इस पूरी यात्रा के दौरान उन्होंने रोजाना 15 किलोमीटर से अधिक की नंगे पांव पैदल यात्रा कर लोगों को बालश्रम , बाल भिक्षा और हर बच्चे को शिक्षा से जोड़ने के लिए जागरूक किया। इसके अलावा एक शहर से दूर जाने के लिए वह अन्य वाहनों की मदद ले रहे हैं।

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इस पूरी यात्रा के दौरान वह 16 राज्यों के 70,000 से अधिक बच्चों से मिले और उन्हें ” एजुकेशन ऑन व्हील्स ” कार्यक्रम से जोड़ अभियान सफल बनाया। उनका मुख्य उद्देश्य शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा से जोड़ना और बालश्रम या बाल भिक्षा में लिप्त बच्चों को उस से दूर कर उनका जीवन संवारना है। अजय ओली द्वारा इस से पहले उत्तर भारत की 35 यात्राएं की गई हैं और यह उनकी उत्तर से दक्षिण भारत को जोड़ने वाली पहली बड़ी यात्रा है। 17000 से अधिक बच्चों को शिक्षा से जोड़ने वाले और 4 लाख से अधिक युवाओं को अब तक जागरूक करने वाले अजय ओली को भारत सरकार द्वारा 2021 में राष्ट्रीय युवा पुरुस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है,

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साथ ही 2018 में उनका नाम सबसे लंबी नंगे पांव जागरूकता यात्रा करने के लिए लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी अंकित है। इस यात्रा के दौरान
अजय ओली ने बताया कि पीसीएम वर्ल्डवाइड संस्था के साथ मिलकर उनकी यात्रा उत्तराखंड , उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, केरल, गोवा, गुजरात को पूरा कर राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा , जम्मू, चंडीगढ़, हिमाचल को पूरा कर देहरादून पहुंची है। इसके बाद वह आज हल्द्वानी जाएंगे और अधिक से अधिक लोगों को एजुकेशन ऑन व्हील्स कार्यक्रम से जोड़ेंगे। पीसीएम वर्ल्डवाइड ग्रुप देहरादून में संस्था के साथ मिलकर ऐसे बच्चों को निःशुल्क शिक्षा और अन्य सुविधाएं देगा। इस अभियान के दौरान भी बच्चों के लिए किताबें, कपड़े आदि पीसीएम वर्ल्डवाइड द्वारा झुग्गी झोपड़ियों तक पहुंचाएं गए।

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अजय ओली को बैंगलोर , कर्नाटका में साकरा इंटरनेशनल हॉस्पिटल ने उनके कार्यों के लिए बाल दिवस पर सम्मानित भी किया और दक्षिण भारत में उनके साथ मिलकर कार्य करने की बात कही।.इस दौरान वह कैबिनेट मिनिस्टर शिवराज सिंह चौहान, श्रीपद नायक , अजय टम्टा और अन्य से भी मिले और अपने अभियान को उनके साथ साझा किया। भारत के जाने माने विद्यालयों में उन्होंने इस अभियान के दौरान जागरूकता अभियान कर हजारों बच्चों को इस अभियान से जोड़ और सोशल क्लब भी बनाए जिसके माध्यम से बच्चे स्वयंसेवक की तरह इस अभियान से जुड़ समाज से बालश्रम और बाल भिक्षा के खिलाफ कम करेंगे। भीख मांगने वाले बच्चों और शिक्षा से वंचित बच्चों पर डेटा कलेक्शन कर एक डॉक्यूमेंट्री भी तैयार की जा रही है।

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.एजुकेशन ऑन व्हील्स कार्यक्रम चला 20 विद्यालय न जा पा रहे बच्चों को शिक्षा से जोड़ा गया, साथ ही उन्हें विद्यालय पहुंचाने पर भी काम किया जा रहा है और मैसूर में एक बच्ची को एडॉप्ट एंड चेंज कार्यक्रम के माध्यम से गोद भी लिया । .जेएनयू , पंजाब यूनिवर्सिटी जैसे बड़े संस्थानों के साथ मिलकर शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षित करने की तैयारी की जा रही है एजुकेशन ऑन व्हील्स कार्यक्रम के अंतर्गत। देहरादून, रुड़की और अन्य उत्तराखंड के शहरों में बड़े स्तर पर बाल भिक्षा और बाल श्रम के खिलाफ आंदोलन कर , बच्चों को भीख की जगह कौशल विकास से जोड़ उनके भविष्य को सुधारा जाएगा। .

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