चौखुटिया/ 31 जुलाई की रात रामगंगा में आए जलजले से कई तटबंध इधर से उधर होने से चौखुटिया नगर के दो बड़े हिस्से तो खतरे की जद में हैं ही लेकिन अब राष्ट्रीय राजमार्ग के एकमात्र महत्वपूर्ण पुल की जर्जर हालत बड़े खतरे को दावत दे रही है।
यह बड़ी विडंबना है कि राज्य में हो रहे तमाम पुल हादसों के बाद भी हम सबक नही ले रहे हैं पुल अंदर से पूरी तरह से खस्ताहाल है। वाहनों के चलने से पुल में बड़ी कंपन तो पहले से हो ही रही थी अब पुल लोगों के पैदल चलने से भी हिलने लगा है।
कुछ वर्ष पहले रामगंगा नदी पर भटकोट व झला के बीच करोडों की लागत से नया झूला पुल बनाया गया है यदि कुछ पैसे और खर्च करके उस जगह पर मोटर पुल बना दिया गया होता तो चौखुटिया घाटी के लिए वैकल्पिक मोटर मार्ग की व्यवस्था हो जाती। परन्तु योजनाकारों ने इस ओर कोई ध्यान नही दिया।