चमोली/ इन दिनों उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों से लेकर पर्वतीय क्षेत्रों तक भारी बारिश का कहर जारी है जिसको लेकर प्रशासन बार-बार लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह देता आ रहा है। भारी बारिश के चलते मैदानी क्षेत्रों में नदी नाले उफान पर है तो वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में बादल फटने की घटनाएं सामने आने लगी है। ऐसी ही कुछ खबर चमोली जिले से सामने आ रही है जहां पर गोपेश्वर के बांसवाड़ा गांव में बादल फटने से लोगों के घरों में मलबा घुसा गया है।
बीती गुरुवार की रात को चमोली जिले में भारी बारिश का कहर जारी रहा इस बीच नंदानगर के बांसवाड़ा गांव के ऊपर बादल फटा गया। जिसके चलते राजस्व विभाग की राहत टीम को राहत बचाव कार्य के लिए भेजा गया। बादल फटने के कारण नंदानगर के कारगिल शहीद हिम्मत सिंह नेगी के गांव बांसवाड़ा के ऊपर गधेरे में अचानक पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा भी आने लगा जिससे आवासीय मकानों व गौशालाओं को क्षति पहुंची।
सैलाब का मंजर देख ग्रामीण घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर भाग गए। 20 मीटर सड़क हो गई ध्वस्त कई यात्री फंसे रहे
इसी बीच भारी बारिश के कारण चमोली जिले के बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह जगह मलबा आने से वाहनों की आवाजाही बाधित हो रही है। इतना ही नहीं बल्कि बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब की यात्रा पर जा रहे लगभग 700 श्रद्धाल जगह जगह रहे।
इसी बीच फिर से बारिश होने के कारण मलारी राष्ट्रीय राजमार्ग लाल बाजार के समीप लगभग 20 मीटर तक ध्वस्त हो गया। जिसके कारण दिनभर सेना, आईटीबीपी के साथ ही नीति घाटी के गांव जाने वाले वाहनों की आवाजाही थमी रही। जिसके बाद बीआरओ के अधिकारियों ने जेसीबी से हिल साइड कटिंग कर रास्ता बनाया।