गंगोलीहाट/ उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में भी अब कल कारखानों की आवाज गुंजेगी और सैकड़ों युवा एक नए रोजगार से जुड़ेंगे। पिथौरागढ़ जिले में सीमेंट फैक्ट्री लगने जा रही है। जिसका सबसे कारण है पिथौरागढ़ में लाइमस्टोन के प्रचुर भंडार होना अर्थात कच्चे माल की सुलभता। देश के बड़े बड़े सीमेंट उद्योगों ने यहां फैक्ट्री लगाने के लिए अपनी प्राथमिकता दर्ज कराई है। पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट में लगभग 1700 हेक्टेयर क्षेत्र में चूना पत्थर का बड़ा भंडार मिला है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक देश की बड़ी सीमेंट कंपनियां अल्ट्राटेक, अंबुजा अडानी समूह और श्रीश्री ने यहां फैक्ट्री लगाने में अपनी रुचि दिखाई है। इतना ही नहीं इसी महीने लाइन स्टोन का सैंपल भी विभिन्न कंपनियों द्वारा लिया जा चुका है। सबसे खास बात तो यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिथौरागढ़ दौरे में इस उद्योग की स्थापना के संबंध में बड़ा ऐलान कर सकते हैं। वाकई उत्तराखंड के लिए यह रोजगार का बड़ा अवसर हो सकता है
और पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन को रोकने में भी मददगार साबित हो सकता है। इससे पहले अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर घाटी में सीमेंट फैक्ट्री की स्थापना की कोशिश की गई थी लेकिन क्षेत्र के लोगों ने इसका जबरदस्त विरोध किया था। लोगों का कहना था कि सीमेंट फैक्ट्री से प्रदूषण फैलने के साथ ही कृषि को भी भारी नुकसान होगा।