


NEWS 13 प्रतिनिधि दिल्ली:-
सीबीएसई द्वारा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला कुछ ही समय पहले कोरोना महामारी के चलते लिया गया था। परीक्षा परिणाम का आधार भी घोषित कर दिया गया था। बहरहाल जो छात्र परिणामों से संतुष्ट नहीं होंगे उनको परीक्षा का मौका देने के लिए भी प्लान बन गया है। सब कुछ सही रहा तो वैकल्पिक परीक्षा 15 अगस्त से 15 सितबंर के बीच आयोजित होगी।
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई ने ये बात सामने रखी। बोर्ड की तरफ से कहा गया कि कोर्ट के सुझाव के आधार पर परिणामों के नीति में ये संशोधन किए गए हैं। इसके अलावा ये बात भी कही गई कि 12वीं के परिणाम 31 जुलाई तक घोषित कर दिए जाएंगे।
सीबीएसई द्वारा हाल में ही जारी किया गया था मूल्यांकन का फॉर्मूला जो कि निम्नलिखित है:-
कक्षा 10 – प्रमुख 5 विषयों में से तीन विषयों के थ्योरी पेपर के परफॉर्मेंस के आधार पर अंक मिलेंगे। ये तीन विषय वे होंगे जिनमें परीक्षार्थी की परफॉर्मेंस सबसे अच्छी रही होगी। इसका वेटेज भी 30% होगा।
कक्षा 11 – फाइनल परीक्षा में सभी विषयों के थ्योरी पेपर की परफॉर्मेंस के आधार पर अंक मिलेंगे। इसका वेटेज 30% होगा।
कक्षा 12 – यूनिट टेस्ट, मिड टर्म और प्री-बोर्ड परीक्षा की परफॉर्मेंस के आधार पर अंक मिलेंगे। इसका वेटेज 40% होगा।
अगर कोई भी विद्यार्थी परिणामों से संतुष्ट नहीं होगा ते उसे वैकल्पिक परीक्षा देने का मौका मिलेगा। हालांकि इस परीक्षा में शामिल होने वालों के लिए परीक्षा के अंक ही अंतिम अंक माने जाएंगे। इस परीक्षा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा।
साथ ही बता दें कि देशभर में स्थिति ठीक होने पर केवल मेन बिषय की ही परीक्षाएं आयोजित होंगी। इसके अलावा सीबीएसई ने कोर्ट को विवाद निवारण तंत्र की जानकारी दी और बताया कि एक कमिटी केवल ये देखेगी कि छात्रों की क्यी आपत्तियां हैं।








