न्यूज़ 13 ब्यूरो/ दिल्ली-यूपी की सीमा पर गाजीपुर में मां और उसका मासूम बेटा प्रशासन की लापरवाही की भेंट चढ़ गए। बुधवार रात तेज बारिश के दौरान सड़क और खुले नाले का पानी एकसमान हो गया था। तीन साल के बेटे को गोद में लेकर सड़क से गुजर रही तनुजा अचानक 10- 12 फीट गहरे नाले में जा गिरी लेकिन उसने आखिरी सांस तक जिगर के टुकड़े का साथ नहीं छोड़ा।
दम निकलने के बाद भी मां की गिरफ्त में बेटा लिपटा रहा। मां- बेटे के शव पुलिस ने देर रात नाले से निकाले तो लोगों के साथ सुरक्षाकर्मियों की आंखें भी नम हो गईं। वहीं बृहस्पतिवार को गाजीपुर थाना पुलिस ने लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव परिजनों के हवाले कर दिए। परिजन दोनों के शव लेकर दोपहर बाद रानीखेत स्थित अपने गांव के लिए रवाना हो गए।
बुधवार शाम बारिश शुरू होने से पहले तनुजा बेटे और रिश्तेदार पिंकी के साथ मयूर विहार फेज-3 में बुध बाजार से सामान लेने आई थी। इस बीच तेज बारिश होने लगी। कई घंटे बारिश रुकने का इंतजार करने के बाद तीनों लौटे तो सड़क पर जलभराव था। सड़क किनारे चलने के चक्कर में तनुजा बेटे के साथ नाले में गिर गई।
पिंकी ने दोनों को बचाने का प्रयास किया तो वह भी नाले में गिर गई। राहगीरों ने पिंकी को निकाल लिया लेकिन तनुजा बेटे के साथ डूब गई। तनुजा ने प्रियांशु को गोद में लिया हुआ था। तीन घंटे बाद दोनों के शव निकाले गए। हादसे के बाद गोविंद का रो- रोकर बुरा हाल है। रात 8:12 बजे पुलिस को कॉल की राहगीरों ने रात 8.12 बजे 112 पर कॉल की तो कॉल गाजियाबाद कंट्रोल रूम पहुंची। खोड़ा कालोनी पुलिस आई और बचाव कार्य शुरू कर दिया। गोताखोर भी बुला लिए गए। घटनास्थल से लगभग 150 मीटर दूर दोनों के शव बरामद हो गए। इस बीच गाजीपुर थाना पुलिस पहुंची और उसने हादसे का क्षेत्र दिल्ली को माना।