देहरादून/ खुफिया इनपुट के आधार पर पुलिस ने 75 संदिग्ध बांग्लादेशी-रोहिंग्या को हिरासत में लिया है ये मामला उत्तराखंड के देहरादून का है। पुलिस को इनपुट मिला था कि बड़ी तादात में बांग्लादेशी-रोहिंग्या फर्जी दस्तावेज बनाकर देहरादून में रह रहे हैं। इस पर पुलिस और जिला प्रशासन ने मंगलवार शाम सत्यापन अभियान चलाया। इस दौरान नौ थाना क्षेत्रों से पश्चिम बंगाल और असम के 75 संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया। उनसे स्थाई पते के दस्तावेज लेकर थानों से छोड़ा गया है।
पुलिस का कहना है कि दस्तावेजों के जरिए पुलिस इन लोगों के मूल पतों का सत्यापन कराएगी। 75 संदिग्धों को हिरासत में लेने का मामला सामने आने से पूरे राज्य में हड़कंप मचा हुआ है। मामला सामने आने से खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट मोड पर हैं।
फर्जी दस्तावेज होने का शक
पकड़े गए सभी संदिग्ध असम और पश्चिम बंगाल के तीन-तीन अलग जिलों के निवासी हैं। इनके बांग्लादेशी या रोहिंग्या होने पर शक पर इनके आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज कब्जे में लिए गए हैं।
जिला पुलिस इन दस्तावेजों का सत्यापन कराने के लिए पश्चिम बंगाल और असम जाएगी। एसएसपी के अनुसार संदिग्ध दस्तावेज बनने के शक में जिन 75 लोगों को थानों में लाया गया वह पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, 24 परगना, जलपाईगुड़ी और असम के बारपेटा, बुगाईगांव, गोलपरा जिलों के स्थाई निवासी हैं। इधर आशंका ये भी जताई जा रही है कि वह लोग पश्चिम बंगाल से फर्जी दस्तावेज बनाकर उत्तराखंड आए होंगे।
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार प्रस्तावित राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के तहत सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। मंगलवार रात नौ थाना क्षेत्रों में सत्यापन अभियान शुरू हुआ। सत्यापन शहर के चार और देहात के पांच उन क्षेत्रों में चलाया जहां असम और पश्चिम बंगाल के दस्तावेजों के काफी लोग रहते हैं। इस दौरान पुलिस ने 1004 बाहरी लोगों का सत्यापन किया। एसएसपी के अनुसार इस दौरान 75 लोगों के दस्तावेज संदिग्ध प्रतीत होने पर थाने लाकर पूछताछ की गई।