पिथौरागढ़/ उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में हर दूसरे दिन सड़क हादसे में जान गंवाने वाले लोगों से भी शायद वाहन चालक सबक नहीं ले रहे हैं। इसीलिए अपने साथ ही मासूम बच्चों की जान जोखिम में डालने से उन्हें कोई गुरेज नहीं है। थल मे एक स्कल की बस में क्षमता से दो गुने ज्यादा बच्चे ठूंसे गए थे। जांच में पता चला कि बस का टैक्स तक नहीं जमा है पुलिस ने बस चालक का कोर्ट का चालान किया है।
थल थाने की चेक पोस्ट पर चेकिंग अभियान चलाया गया। इस बीच एक निजी स्कूल बस को रोककर उसकी तलाशी ली गई तो उसमें 57 बच्चे बैठाए नहीं बल्कि ठुंसे गए थे। 25 सीटर बस में क्षमता से दोगुने से अधिक सवारी पर जब पेपर चेक किए गए तो पता चला कि बस का टैक्स भी बकाया है।
चालक के पास डीएल भी नहीं था। ऐसा करके बच्चों की सुरक्षा को पूरी तरह अनदेखा कर दिया गया। एसआई दिनेश शर्मा ने बताया कि इस लापरवाही के लिए बस चालक का कोर्ट का चालान किया गया।
कहा आगे भी चेकिंग अभियान जारी रहेगा। यातायात नियमों को तोड़ने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने के लिए लगातार चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए जिले के सभी थाना और चौकी पुलिस को निर्देशित किया गया है।
ओवरलोडिंग से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। वाहनों में ओवरलोडिंग करने वाले चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने के लिए लगातार चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए जिले के सभी थाना और चौकी पुलिस को निर्देशित किया गया है। ओवरलोडिंग से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। वाहनों में ओवरलोडिंग करने वाले चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। -रेखा यादव, एसपी पिथौरागड़।